पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने रविवार को कहा कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक हर पहलू से ‘‘गलत’’ है। उन्होंने दावा किया कि राज्यसभा में इस विधेयक के पारित होने के आसार नहीं है, क्योंकि सरकार द्वारा इसे उच्च सदन में पेश करने की ‘‘संभावना नहीं है।’’ ‘देश की दशा और आगे का रास्ता’ विषय पर यहां एक व्याख्यान माला में सिन्हा ने लोगों से अपील की कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को ‘‘एक भी सीट नहीं दें।’’ गौरतलब है कि सिन्हा ने पिछले ही साल भाजपा छोड़ी है।
सिन्हा ने कहा, ‘‘आप चिंतित हैं कि राज्यसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पारित होगा कि नहीं। मेरा मानना है कि इस समय यह पूर्वोत्तर की सबसे बड़ी चिंता है। मैंने जिनसे भी बात की है, वे इसे पारित नहीं होने देना चाहते। लिहाजा, मैं नहीं समझता कि सरकार इस विधेयक को पारित करने की हिम्मत दिखाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह इस सत्र में पारित नहीं होगा। तो इस सरकार द्वारा पारित करने का सवाल ही नहीं है।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘यह सरकार फिर से सत्ता में नहीं आने वाली। इसलिए विधेयक की चिंता करने की जरूरत नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह विधेयक पारित नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह हर पहलू से गलत है। यह असम एवं पूर्वोत्तर के लोगों के वजूद का सवाल है। यदि कोई आपका वजूद मिटाने की कोशिश करे तो लोग निश्चित तौर पर विरोध करेंगे और इसके खिलाफ लड़ेंगे। इसलिए पूरा पूर्वोत्तर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।’’ सिन्हा ने कहा कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक संवैधानिक, नैतिक, कानूनी और समानता के पहलू से तो गलत है ही, ‘‘देश के मूल्यों के भी खिलाफ’’ है।